Wednesday, July 10, 2013

तेरा ख्याल

कर गया दर्द फिर बेहाल मुझे ॥  
जब भी आया तेरा ख्याल मुझे ॥
वो मुझे अब तो और ही लगता ।
 जो था मेरा ही खुद सवाल मुझे ॥
 मैं जिसे ढूँढता रहा हूँ सदा ।
पास रह कर करे मुहाल मुझे ॥
 फ़लसफ़ा ज़िन्दगी का कुछ भी नहीं ।
मौत से ये रहा मुलाल मुझे ॥
साथ तेरे हैं दोस्तों ने कहा ।
 पर हक़ीकत करे बेहाल मुझे ॥
 फिर तो " दीपक " दर्द बढ़ ही गया ।
उसने पुछा जो हाल-चाल मुझे ॥

                          : दीपक 

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